मध्यप्रदेश राज्य परिवहन की दुर्दशा के सम्बन्ध में
क्या वजह है कि मध्यप्रदेश सरकार में गुजरात सरकार की तरह सरकारी बस की सुविधा ना के बराबर है बल्कि उसके जगह निजी बस को बहुत बढ़ावा दिया गया है.मध्यप्रदेश में यह आलम है कि जिधर देखो मात्र निजी बस सेवा ही दिखती है और उसमे यदि नुक्सान होता तो निजी बस संचालक कटी ना चालाते इसका सीधा सा मतलब है की मध्यप्रदेश सरकार एक षडयंत्र के तहत सरकारी बसी को बंद करके निजी बस संछालाको को मुनाफ़ा करने की अनुमति दे रही है जिसका परिणाम यह हो रहा है की सरकार जो आमदनी परिवहन क्षेत्र से होनी चाहिए उसका नुक्सान हो रहा है.
मध्यप्रदेश में परिवहन माफियाओं का एक क्षत्र राज चल रहा है मनमाना किराया वसूल करते है.शादी ब्याह के मौसम में बस बंद हो जाती है और यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.उनसे सम्बंधित कोई शिकायत सुनी नहीं जाती कहा जाता है की जब भोपाल से ही हमें इजाजत है तो जनता बोलने वाली कौन होतीं है.
कृपया सरकार की मजबूरी बताये की आखिर क्यों सरकारी बसे अन्य राज्यों की तरह नहीं चलवाई जा रही है ?
कृपया इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराये.
धन्यवाद !
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